New Rail In Rajasthan: राजस्थान में नई रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू, विरोध के बीच जारी हुई अधिसूचना

New Rail In Rajasthan: रेल मंत्रालय ने रींगस-खतुष्यमजी के बीच 17.49 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी की है।

New Rail In Rajasthan: खतुश्यामी। विवादों और विरोध के बीच, रेल मंत्रालय (उत्तर पश्चिम रेलवे, निर्माण संगठन) ने आखिरकार रींगस-खतुष्यमजी के बीच 17.49 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण अधिसूचना जारी की है। घटना के सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।

New Rail In Rajasthan

अधिसूचना के अनुसार, रेल मंत्रालय 8 अगस्त को 24.2811 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करेगा। यह भूमि रींगस, कोटरी धैलान, चरनावस, पीरावली, देवीपुरा, लम्पुवा, तापिपल्या, आभास, कैरपुरा और खतुश्यमजी के गाँवों में है। अधिसूचना में संबंधित बैंक विवरण के साथ प्रभावित किसानों के नाम भी शामिल हैं।

किसानों ने इस परियोजना को रद्द करने की मांग की थी।

New Rail In Rajasthan : ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से मिलकर इस परियोजना को रद्द करने की मांग की थी, लेकिन अब सरकार ने अधिसूचना जारी कर अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। उल्लेखनीय है कि रिंगस-खतुष्यमजी के बाद खाटू से सुजानगढ़ (सालासर के रास्ते) तक रेलवे लाइन का विस्तार करने की योजना के पहले चरण में खाटू से पलसाना तक सर्वेक्षण किया गया है और मार्किंग भी की गई है।

इसके लिए 254.06 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।

रिंगस से खतुष्यमजी रेल लाइन के लिए केंद्र सरकार ने मार्च 2024 में 254.06 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी थी। रेलवे लाइन के सर्वेक्षण के साथ-साथ रेलवे ने स्टेशन का स्थान भी तय किया था। हालांकि, स्थानीय लोगों के विरोध के बाद काम रोक दिया गया था। लेकिन अब भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी होने के बाद रेल परियोजना का काम जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।

रिंगस-खाटू रेलवे परियोजना

  • मंजूरी की तिथिः मार्च 2024
  • दूरीः 17.49 किमी
  • बजटः 254.06 करोड़ रुपये
  • ट्रेन की गतिः 160 किमी/घंटा
  • डीपीआर स्थिति पूरी तरह से तैयार
  • पूरा होने वाले कार्य की अवधिः मई से जून 2026

यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती है।

रींगास से खाटूश्यामजी तक 17.9 किलोमीटर की रेल लाइन बिछाई जानी है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, 160 किमी प्रति घंटे की गति के लिए पटरियों को मजबूत करने के अलावा सिग्नलिंग और बाड़ लगाने सहित पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नई डीपीआर से रींगस से खतुष्यमजी तक की यात्रा कम समय में पूरी सुरक्षा के साथ की जाएगी।

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